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सीएमएचओ ने कहा- जवाब तलब किया ठेकेदार बोली- नोटिस मिला ही नहीं…
उलझन… चरक के लांड्री संचालक पर कार्यवाही का सच क्या
उज्जैन। कलेक्टर चरक हॉस्पिटल की लांड्री सील हुए भले ही सवा माह हो गया,लेकिन इसे लेकर अब नया बवाल खड़ा हो सकता है। मामला है ठेकेदार से जवाब तलब का।
अब तक कार्यवाहीं नहीं होने पर कलेक्टर शशांक मिश्र ठेकेदार को नोटिस जारी करने का दांवा कर रहे है जबकि ठेकेदार महिला ने इससे इंकार कर दिया। ऐसे में लगता है कि जिला अस्पताल के अफसर कलेक्टर मिश्र को गंभीरता से नहीं ले रहे।
चरक हॉस्पीटल स्थित की लांड्री में शहर के निजी अस्पतालों व होटलों के भी कपड़े ड्रायक्लीन होते थे। सूचना पर २ जनवरी को तात्कालीन सिविल सर्जन डॉ. राजू निदारिया, आएएमओ डॉ. जीएस धवन ने जांच की थी। शिकायत सहीं पाए जाने पर एडीएम जीएस डाबर के साथ उन्होंने लांड्री सील कर दी थी।
दांवा किया था कि ठेकेदार किर्ती पांडूरंग को नोटिस देने के बाद जल्द नया कांट्रैक्ट दिया जाएगा। लेकिन बयानबाजी के बाद फाइल धूल खाने लगी। हॉस्पीटल के कपड़े बाहर भेजना पड़ रहे थे। हाल ही में कलेक्टर मिश्र को चरक के निरीक्षण में यह बात सामने आई तो उन्होंने सीएमएचओ को ठेकेदार से जवाब तलब कर कार्यवाहीं के निर्देश दिए।
मामले में सिविल सर्जन की ओर से ४ दिन पहले ही ठेकेदार को नोटिस जारी करने की सूचना भी कलेक्टर को दे दी गई, जबकि हकीकत ठेकेदार पांडूरंग को मंगलवार सुबह तक कोई नोटिस ही नहीं मिला है। सर्वविदित है कि व्यवस्था सुधारने के लिए कलेक्टर लगातार प्रयास कर रहे उसके बाद भी अगर यही ढर्रा बना है, इससे यहां के अफसरों की कार्यशैली का अंदाजा लगाया जा सकता है।
हवा में उड़ गया आदेश
कलेक्टर मिश्र ने लांड्री सील का पता चलने पर नई निविदा निकालने पर चर्चा की थी। पता चला कि अभी तक कांट्रेक्टर से जवाब तलब ही नहीं किया। इस पर उन्होंने तुरंत ही नोटिस जारी करने का कहां था।
सीएमएचओ ने यह आदेश आगे सीविल सर्जन को दे दिया। उन्होंने भी शायद मातहतों को नोटिस जारी करने का कहां और भूल गए। नतीजतन कलेक्टर भले ही लांड्री संचालक को नोटिस जारी करने का बयान दे रहे हो, हकीकत में उनका आदेश हवा में ही उड़ गया।
पीट भी गए थे डॉक्टर
लांड्री सिल करने के बाद तात्कालीन सिविल सर्जन डॉ. निदारिया और डॉ. धवन चरक के पीछे बन रहे क्वार्टर का निरीक्षण करने गए थे। इस दौरान बिल्डिंग कांट्रेक्टर के पुत्र रौनक बोहरा और उसके ड्राईवर सुनील से उनका विवाद हो गया था। दोनों ने डॉ. निदारिया को हाथा पाई कर गिरा दिया था। मामले में काफी बवाल मचा था, लेकिन एफआईआर दर्ज नहीं हुई थी।
यह बोले जिम्मेदार
चरक की लांड्री मामले में करीब तीन दिन पहले नोटिस जारी कर दिया है।
– शशांक मिश्र, कलेक्टर
पंचनामा बनाकर कलेक्टर के आदेश पर फाइल सीएमएचओ कार्यालय भेज दी थी, नोटिस वहां से जारी हुआ होगा।
– जीएस डाबर, एडीएम
3 दिन पहले सिविल सर्जन ने नोटिस जारी कर दिया है। जवाब के बाद कार्यवाही तय होगी।
– एमएल मालवीय, सीएमएचओ
समय याद नहीं, लेकिन तीन-चार दिन पहले नोटिस जारी कर दिया है।
– पीएन वर्मा, सिविल सर्जन
लांड्री में हॉस्पीटल के ही कपड़े धूल रहे थे। महिना भर हो गया कार्यवाहीं नहीं कर रहे, नोटिस दिया ही नहीं जवाब कैसे दे।
– कीर्ति पांडूरंग, कांट्रेक्टर लांड्री